Desk: चिराग पासवान ने आज पीसी करके बिहार के राजनीति में भूचाल ला दिया। उन्होंने चाचा पशुपति से लेकर सीएम नीतीश और चचेरे भाई प्रिंस पासवान तक किसी को नहीं छोड़ा। चिराग ने पीसी के दौरान सीएम नीतीश की जदयू पार्टी पर ये आरोप लगाया कि ये लोग बिहार में दलित समाज को कभी आगे बढ़ते नहीं देख सकते है। यहीं वजह है कि इन लोगों ने लोजपा में भी फूट डाल दी और हमारे अपने इनके झासे में आ गए।
तो वहीं चिराग ने पीसी के दौरान कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि अगर हम गठबंधन दल के साथ चुनाव लड़ते तो हमे और गठबंधन दल दोनों को फायदा होता। लेकिन इसके लिए मुझे और मेरी पार्टी को सीएम नीतीश के आगे नतमस्तक होना पड़ता। जो कि ना मैं चाहता था ना ही हमारी पार्टी।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के समय से ही लोजपा के पांचों सांसद और जदयू दोनों मिल कर पार्टी को तोड़ने का काम कर रही थी। वे नहीं चाहते थे कि दलित समाज के लोग आगे बढ़े और पावर में आई। यहीं वजह थी कि आखिरकार उन्होंने फूट ड़ालकर लोजपा को तोड़ने की कोशिश की हैं।
चिराग ने ये भी कहा कि चाचा पारस ने पिता के मौत के बाद से ही हमशे बात करना बंद कर दिया था। और वे तब से ही लोजपा को तोड़ने में और अपने आप को पावर में लाने का चक्रवयू रचने लगे थे। आपको बता दें कि चिराग के पीसी कर अपने उपर लग रहे तमाम आरोपों का जवाब दिया हैं। तो वहीं दूसरी ओर पशुपति पारस ने सुरजभान सिंह के यहां राष्ट्रिय कार्रयकरणी की बैठक बुलाई है।