Desk:कोरोना महामारी के बीच बिहार सरकार ने किन्नर समाज के लिए बड़ा ऐलान किया हैं। दरअसल किन्नर समाज की भविष्य की चिंता करते हुए राज्य सरकार ने गरिमा गृह खोलने का फैसला लिया हैं। आपको बता दें कि इस गरिमा गृह में उन्हें तमाम सुविधाएं मिलेंगी साथ ही उनके पढ़ाई से लेकर हर छोटी-बड़ी सुविधाओं का ख्याल रखा जाएगा।
दरअसल इस कोरोना महामारी में किन्नर समाज को भी आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा हैं। ऐसे में ना तो उनके पास खाने के पैसे बच रहे है ना ही भाड़ा देने के। ऐसे में इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए नीतीश सरकार ने किन्नर समाज के लिए गरिमा गृह खोलने का निर्णय लिया। जहां उनकी हर परेशानियों का सामाधान होगा। आपको बता दें कि किन्नरों के लिए बने इस गरिमा गृह में कुल 17 कमरे हैं। जिसमें 9 कमरे किन्नरों के रहने के लिए बनाये गये है। जबकि अन्य कमरों को अलग-अलग गतिविधियों के लिए रखा गया है। साथ ही गरिमा गृह में डॉक्टर से लेकर सिक्युरिटी गार्ड तक किन्नरों की ही तैनाती की गयी है।
इसके अलावा इस गरिमा गृह में किन्नरों को रोजगार से जोड़ने का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इस संबंध में दोस्ताना सफर की अध्यक्ष रेशमा प्रसाद ने बताया कि यहां रहने वाली किन्नरों की इच्छा के अनुसार उन्हें रोजगार से जोडऩे की सुविधा भी दी जाएगी। साथ ही किन्नरों के लिए बने अल्पावास गृह की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें रहने वाले से लेकर यहां काम करने वाले सभी किन्नर समुदाय से ही जुड़े होंगे। यहां एक डॉक्टर, दो रसाईया, तीन सिक्युरिटी गार्ड, एक काउंसलर, एक प्रोग्राम को-ऑर्डिनेटर और एक कोर्स को-ऑर्डिनेटर की तैनाती की गयी है।
तो वहीं रेशमा प्रसाद ने बताया कि किन्नरों की पढ़ाई में किसी प्रकार की परेशानी ना हो इसे लेकर भी तैयारी शुरू की गयी है। कई ओपेन युनिवर्सिटी के पास प्रपोजल भेजा गया है जिसके बाद केंद्र से ही किन्नरों की पढ़ाई की व्यवस्था की जाएगी। गरिमा गृह में 18 से 60 साल की किन्नरों के रहने की व्यवस्था है। यहां किन्नरों के पढ़ाई से लेकर हर छोटी-बड़ी सुविधाओं का ख्याल रखा गया है।