Desk: अगर आप भी मछली पालन करना चाहते हैं तो आपके लिए एक अच्छी खबर है. अब सरकार मछली पालन के लिए अनुदान दे रही है. मत्स्य पालन के लिए नये तालाब खुदवाने वालों को 30 प्रतिशत से लेकर 50 प्रतिशत तक का अनुदान दिया जायेगा. अप्रैल से लाभ प्राप्त करनेवाले लोग ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. इस योजना के तहत चयनित मत्स्य पालकों में से तीस का चयन कर उन्हें प्रशिक्षित किया जायेगा.
इसका मतलब है कि एक किसान को दो हेक्टेयर में नया तालाब खुदवाने पर अधिकतम सात लाख रुपये तक का अनुदान देगा. वहीं एसटी, एससी वर्ग के किसानों को 70 प्रतिशत तक विभाग अनुदान दिया जाएगा. इसके साथ ही चयनित किसानों को मत्स्य पालन का प्रशिक्षण देने के लिए विभाग उन्हें बाहर भी भेजेगा.
सरकार के इस अनुदान का लाभ आप कैसे उठा सकते हैं ये आज हम आपको यहां बताने जा रहे हैं. इस योजना का लाभ पाने के लिए बस किसानों को जिला मत्स्य पालन विभाग को आवेदन देना होगा. आपके आवेदन दिए जाने के बाद विभाग के पदाधिकारी मौके पर पहुंचेंगे और जमीन के रकबा की जांच करेंगे. यदि सब कुछ सही मिला तो फिर उनका चयन करके अनुदान देने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
दरअसल, मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चला रही है. अब इन योजनाओं में एक और केंद्र प्रायोजित योजना को जोड़ दिया गया है, ताकि मत्स्य पालन की ओर किसानों को या प्रवासी बिहारियों को बढ़ावा दिया जा सके.नई योजना के तहत वैसे पिछड़े वर्ग के लोगों को भी अनुदान दिया जाएगा जिनके पास अपनी जमीन नहीं है. वे भी अब लीज पर लेकर तालाब का निर्माण करा सकते हैं लेकिन शर्त यह होगा कि इसके लिए जमीन का कम से कम नौ साल का एग्रीमेंट जरुरी होगा.
1.जिला मत्स्य विभाग को आवेदन
2.आवेदन के साथ जमीन के कागजात की छायाप्रति
3.दो हेक्टेयर में नया तालाब बनाने के लिए मिलेगा अनुदान
4.सामान्य वर्ग के लिए अधिकतम सात लाख रुपये तक अनुदान
5.एससी-एसटी वर्ग के आवेदक को मिलेगा 70 प्रतिशत अनुदान
6.जमीन का निरीक्षण करने के बाद विभाग देगा स्वीकृति