Desk: कोसी-सीमांचल क्षेत्र के यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। इसी साल से सहरसा-पूर्णिया कोर्ट रेलखंड पर इलेक्ट्रिक ट्रेन चलेगी। अभी सहरसा से आगे मधेपुरा स्टेशन तक रेलखंड विद्युतीकृत है। मधेपुरा से पूर्णिया कोर्ट तक 78.03 रूट किलोमीटर में रेल विद्युतीकरण कार्य बुधवार से शुरू हो गया है। रेल विद्युतीकरण कार्य का समस्तीपुर मंडल के डीआरएम अशोक माहेश्वरी ने बुधवार को शुभारंभ किया। शुभारंभ करने जाने से पहले डीआरएम ने सहरसा स्टेशन का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के बाद डीआरएम ने बताया कि मधेपुरा से पूर्णिया कोर्ट तक रेल विद्युतीकरण कार्य अक्टूबर अंतिम तक पूरा कर लिया जाएगा। उसके बाद सीआरएस निरीक्षण कराते हुए कमीशनिंग करते इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि विद्युतीकरण कार्य के तहत इलेक्ट्रिक, सिग्नल और इंजीनियरिंग तीन विभागों से जुड़े काम होंगे। उसके लिए कई एजेंसी काम करने में जुट गई है। बरसात में कार्य प्रभावित नहीं हो उसके लिए सबसे पहले फाउंडेशन का काम पूरा किया जाएगा।
डीआरएम ने कहा कि 27 फरवरी को पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक का निरीक्षण कार्यक्रम है। महाप्रबंधक सहरसा से निरीक्षण की शुरुआत करते हुए सरायगढ़, निर्मली, झंझारपुर के रास्ते दरभंगा तक जाएंगे। इन रेलखंडों पर कनेक्टिविटी बहाल होने के बाद सहरसा से झंझारपुर के रास्ते दरभंगा पहुंचना संभव हो जाएगा। डीआरएम के साथ निरीक्षण दौरान सीनियर डीसीएम सरस्वती चन्द्र, सीनियर डीईएन कोर्डिनेशन आर एन झा सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मी थे।
फारबिसगंज तक ट्रैक लिंकिंग का काम होगा पहले
डीआरएम ने कहा कि फारबिसगंज तक पहले ट्रैक लिंकिंग का काम पूरा किया जाएगा उसके बाद विद्युतीकरण कार्य। उन्होंने कहा कि राघोपुर-फारबिसगंज रेलखंड पर फंड की कमी को दूर करने के लिए पत्राचार किया जा रहा है। ललितग्राम तक ट्रैक लिंकिंग का काम युद्धस्तर पर चल रहा है। सुपौल-अररिया रेलखंड पर भी आमान परिवर्तन कार्य चल रहा है।
जनवरी अंतिम तक सहरसा में ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट
डीआरएम ने कहा कि जनवरी अंतिम तक सहरसा में ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट का काम पूरा कर लिया जाएगा। इसके पूरा होने के बाद कम समय में ट्रेन के सभी कोच की धुलाई और सफाई हो जाएगी। इसके अलावा दूसरे फुट ओवरब्रिज का निर्माण कार्य भी जल्द पूरा करने की योजना है। बंगाली बाजार फाटक संख्या 31 पर ओवरब्रिज निर्माण और रेलवे कॉलोनी की समस्याओं के निदान को प्रयासरत हैं।
बैजनाथपुर में बनेगा गुडस टर्मिनल
सहरसा-मधेपुरा रेलखंड में स्थित बैजनाथपुर में गुडस टर्मिनल बनने की संभावना है। डीआरएम ने कहा कि गुडस टर्मिनल बनाने के लिए उपयुक्त जगह की तलाश की जा रही है। बैजनाथपुर उपयुक्त होगा या नहीं उसे देखा गया है वहां मापी कराई गई है।
एनएच सड़क निर्माण सामग्री लाने का रेल बनेगा जरिया
रेलवे के जरिए सहरसा, मधेपुरा और पूर्णिया में एनएच 107 और 106 सड़क में प्रयुक्त होने वाली निर्माण सामग्रियों को लाने का रेल जरिया बनेगा। डीआरएम ने कहा कि एनएच की सड़क निर्माण सामग्रियों को रेल से मंगाने के लिए कई व्यापारियों ने संपर्क किया है। उसके लिए बैजनाथपुर सहित अन्य जगहों पर गुडस टर्मिनल बनाने के लिए उपयुक्त जगह देखी जा रही है। गुडस टर्मिनल पर निर्माण सामग्रियां मालगाड़ी से उतारी जाएगी।
पूर्णिया और समस्तीपुर को सवारी गाड़ी चलाने को भेजा है प्रस्ताव
डीआरएम ने कहा कि सहरसा से पूर्णिया और समस्तीपुर को पैसेंजर ट्रेन चलाने के लिए मुख्यालय प्रस्ताव भेजा गया है। ट्रेन जल्द से जल्द चले उसके लिए लगातार मुख्यालय के संपर्क में हैं।