Desk: कोरोना संक्रमण की रफ्तार थमने के बाद बिहार में स्कूलों समेत अन्य शिक्षण संस्थानों को खोल दिया गया है। हालांकि, अभी ये सीनियर क्लास के बच्चों के लिए ही खुले हैं। इस बीच गया के सरैया स्थित उत्क्रमित उच्च विद्यालय के हेडमास्टर कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। उनका इलाज पटना में चल रहा है। इस बीच उनके संपर्क में आए सभी शिक्षकों को जांच का निर्देश देतेे हुए जिला शिक्षा अधिकारी (District Education Officer) मुस्तफा हुसैन मंसूरी ने स्कूल बंद रखने का निर्देश जारी किया है।
बताया जाता है कि चार जनवरी को स्कूल खुलने के साथ ही उत्क्रमित उच्च विद्यालय के हेडमास्टर की तबियत खराब हुई। उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। इलाज के लिए उन्हें गया के एक निजी नर्सिंग होम में भेजा गया। उनकी खराब स्थिति को देखते हुए पटना रेफर कर दिया गया। पटना के एक निजी अस्प्ाताल में उन्हें भर्ती कराया गया। वहां जांच करने पर वे कोरोना पॉजिटिव निकले। उनकी हालत चिंताजनक बताई जा रही है।
स्कूल को सैनिटाइज करने का निर्देश
हेडमास्टर के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के साथ ही स्कूल के कई अन्य शिक्षकों में भी संक्रमण की आशंका है। इसको लेकर स्कूल के हेडमास्टर ने पत्र लिखकर विभाग से स्कूल को बंद करने का अनुरोध किया था। इस आलोक में जिला शिक्षा अधिकारी ने स्कूल को बंद रखने का आदेश जारी कर दिया है। उन्होंने प्रखंड शिक्षा अधिकारी को तत्काल स्कूल को सैनिटाइज कराने का निर्देश दिया है। वहीं शिक्षकों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में अपनी कोरोना जांच कराने को कहा है।ऐसे में अब बच्चों के अभिभावक भी चिंतित हो गए हैं।
मालूम हो कि बिहार में लॉकडाउन के बाद पहली दफा स्कूलों को खोलने का निर्देश जारी किया गया। उसके बाद चार जनवरी से स्कूल-कॉलेज खुल रहे हैं। इसी बीच पांच जनवरी को हेडमास्टर पॉजिटिव आ गए। शिक्षक संघ के अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ने स्थानीय अधिकारियों से शिक्षकों और छात्रों की जिंदगी को खतरे में डालने के बजाय वैक्सिन मिलने तक विद्यालय बंद किये जाने का अनुरोध किया है।