Patna: पटना मेट्रो का काम जमीन पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। मेट्रो रेल परियोजना के सर्वेक्षण, ट्रैफिक सर्वे का काम पहले ही पूरा हो चुका है। मिट्टी की जांच भी पूरी हो गई है। भूमि अधिग्रहण का काम जारी है। कास्टिंग यार्ड के लिए संपतचक के पास जमीन चिह्नित कर ली गई है। यूं तो पटना मेट्रो का काम पांच साल में पूरा करने का लक्ष्य है, मगर मलाही पकड़ी से नए बस स्टैंड तक को प्रायोरिटी सेक्टर मानकर तीन-चार साल में मेट्रो दौड़ाने की तैयारी है। इस दिशा में काम भी शुरू हो गया है।
बनाए जाएंगे 26 मेट्रो स्टेशन
पटना मेट्रो के अंतर्गत कुल 26 मेट्रो स्टेशन बनाए जाने हैं। दानापुर से खेमनीचक तक बनने वाले कोरिडोर-एक में 14 जबकि पटना जंक्शन से आइएसबीटी तक बनने वाले कोरिडोर-दो में 12 स्टेशन बनाए जाने हैं। दोनों ही कोरिडोर में दो-दो इंटरचेंज स्टेशन होंगे। दोनों कोरिडोर मिलाकर 32 किमी से अधिक लंबी मेट्रो रेल परियोजना है। कोरिडोर एक 17.933 किमी का होगा जबकि कॉरिडोर- दो 14.564 किमी. का होगा।
कॉरिडोर-1 : दानापुर-मीठापुर-खेमनीचक।
17.933 किमी का होगा कॉरिडोर वन
10.54 किमी भूमिगत मेट्रो होगी इस रूट में
7.39 किमी उपरीगामी यानी एलिवेटेड होगी मेट्रो
स्टेशन : दानापुर, सगुना मोड़, आरपीएस मोड़, पाटलिपुत्र, रुकनपुरा, राजाबाजार, चिडिय़ाघर, विकास भवन, विद्युत भवन, पटना जंक्शन, मीठापुर, रामकृष्णानगर, जगनपुरा, खेमनीचक।
कॉरिडोर-2 : पटना जंक्शन-गांधी मैदान-आइएसबीटी
14.564 किमी. का होगा कॉरिडोर-टू
7.926 किमी भूमिगत मेट्रो होगी इस रूट में
6.638 किमी उपरीगामी यानी एलिवेटेड होगी मेट्रो
स्टेशन : पटना जंक्शन, आकाशवाणी, गांधी मैदान, पीएमसीएच, विश्वविद्यालय, मोइनुल हक स्टेडियम, राजेंद्रनगर, मलाही पकड़ी, खेमनीचक, भूतनाथ, जीरो माइल, न्यू आइएसबीटी।
पीएम ने किया था शिलान्यास, मुख्यमंत्री ने कार्यारंभ
पटना मेट्रो रेल का निर्माण कार्य दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के द्वारा किया जा रहा है। परियोजना का शिलान्यास 17 फरवरी, 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। 25 सितंबर, 2019 को दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड और पटना मेट्रो के बीच करार हुआ। 22 सितंबर, 2020 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मेट्रो का कार्यारंभ किया।