Patna: बिहार के विपक्षी महागठबंधन (Mahagathbandhan) में सबकुछ ठीक नहीं दिख रहा है। विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2020) के पहले सीट बंटवारे व मुख्यमंत्री चेहरा से लेकर अब तक इसकी एकता सवालों के घेरे में आती रही है।
ताजा मामला नए कृषि कानून के खिलाफ किसान आंदोलन (Farmers Agitation) का है। किसानों के समर्थन में हुए भारत बंद (Bharat Bandh) तथा इसके बाद सीन से गायब राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष (Leader of Opposition) तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) तो घेर ही रहा है, अब महागठबंधन में आरजेडी के सहयागी दल कांग्रेस (Congress) ने भी इशारों में ही सही, तेजस्वी यादव से सवाल किया है।
तेजस्वी पर इशारों में उठाए सवाल
पूरा मामला कांग्रेस के विधायक शकील अहमद खान का इशारों में तेजस्वी यादव पर हमले का है। उन्होंने कहा है कि बिहार में किसानों के नाम पर दिखवटी आंदोलन हो रहा है। इसमें हमें हकीकत में नजर आना चाहिए, तकनीक के सहारे उपस्थिति नहीं चलने वाली है। यदि महागठबंधन के नेता सही में आंदोलन को तेज करना चाहते हैं, तो उन्हें ठोस रणनीति बना कर इसमें खुद भी शामिल होना होगा। यह दिखावे का वक्त नहीं है।
नाम लिए बिना दिया कड़ा बयान
कांग्रेस विधायक का यह बयान नाम लिए बिना आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर हमला माना जा रहा है। तेजस्वी यादव ने किसानों के लिए आंदोलन की बात कही थी तथा इस मुद्दे पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi Government) तथा राज्य की नीतीश कुमार सरकार (Nitish Kumar Government) पर हमला किया था। इस मुद्दे पर पटना के गांधी मैदान में धरना-प्रदर्शन भी किया था। लेकिन इसके बाद किसानों के भारत बंद में कहीं नहीं दिखे। इसे लेकर एनडीए ने उनकी लगातार खिंचाई की। अब कांग्रेस नेता ने भी नाम लिए बिना उनके खिलाफ बड़ा व कड़ा बयान दे दिया है।
बचाव में आरजेडी भी आया आगे
हालांकि, आरजेडी ने तेजस्वी यादव का बचाव भी किया है। आरेजडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा है कि पार्टी किसानों की लड़ाई में उनके साथ है। किसानों के भारत बंद के दौरान महागठबंधन के सभी घटक दल साथ रहे। यह जरूरी नहीं कि हर कार्यक्रम में तेजस्वी यादव उपस्थित ही रहें। आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि तेजस्वी यादव किसान आंदोलन के केंद्र दिल्ली में रहकर उसे मजबूती दे रहे हैं। लेकिन कुछ लोग केवल यह दिखा रहे हैं कि तेजस्वी यादव जमीनी आंदोलन से दूर रहते हैं और फिलहाल बिहार से बाहर हैं।