Patna: जायरीन-ए-हज के लिए राहत भरी खबर है। हज कमेटी ऑफ इंडिया ने हज आवेदन की अंतिम तिथि एक माह और बढ़ा दी है। अब हज यात्रा 2021 पर जाने के इच्छुक व्यक्ति 10 जनवरी तक ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं। पहले 10 दिसंबर तक ही अंतिम तिथि निर्धारित की गई थी। इस साल हज आवेदन की प्रक्रिया 7 नवंबर से शुरू हुई है। ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया के बाद कुर्रा निकालने, यात्रा किराया जमा करने की प्रक्रियाएं शुरू होंगी।
बिहार में अब तक 1200 लोगों ने भरा है आवेदन
बिहार राज्य हज कमेटी के चेयरमैन अल्हाज इलियास उर्फ सोनू बाबू ने बताया कि यह पहली हज यात्रा है, जो इसबार कोरोना काल में हो रही है। उन्होंने बताया कि अभी तक राज्यभर से 1200 हज आवेदन आए हैं। कोरोना को लेकर इसबार हर स्तर पर सावधानियां बरती जानी है। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर उम्र की बंदिश भी रहेगी। बच्चे और बुजर्गों में कोरोना संक्रमण का जोखिम अधिक होता है, इसलिए 18 साल से नीचे और 65 से ऊपर के बुजुर्ग हज के लिए आवेदन नहीं कर पाएंगे।
अब एक ग्रुप में तीन सदस्य ही जा सकेंगे
कोरोना के मद्देनजर अब एक ग्रुप में तीन सदस्य ही जा सकेंगे। पहले एक ग्रुप में 5 सदस्य जा सकते थे। सफर की अवधि भी इस बार घट गई है। पहले जहां 40 से 45 दिन का होता सफर होता था। अब हज यात्रा 30 से 35 दिन में ही पूरी हो जाएगी।
बिहार के जायरीनों के लिए कोलकाता से उड़ान
बिहार के जायरीन इसबार गया नहीं, बल्कि कोलकाता से उड़ान भर सकेंगे। कोविड 19 को लेकर इस बार देशभर में इम्बारकेशन प्वाइंट की संख्या घटाकर 10 कर दी गई है। पहले 21 इम्बारकेशन प्वाइंट से फ्लाइट थी। इम्बारकेशन प्वाइंट की सूची में से गया को हटा दिया गया है।
इम्बारकेशन प्वाइंट बदलने से महंगी होगी हज यात्रा
इम्बारकेशन प्वाइंट बदलने से बिहार के हज यात्रियों की जेब पर 50 हजार रुपए से अधिक का भार पड़ेगा। बिहार राज्य हज कमेटी के CEO राशिद हुसैन ने बताया कि गया से उड़ान भरने पर पहले कम खर्च आता था। कोलकाता से उड़ान भरने पर बिहार के हज यात्रियों को फूडिंग-लॉजिंग में 50 हजार से भी ज्यादा का खर्च आना मुमकिन है।