Patna:आरा को पटना से जोडऩे वाले कोईलवर पुल के समानांतर सोन नदी पर बन रहे छह लेन के पुल पर गुरुवार (10 दिसंबर) से वाहन दाैड़ने लगेंगे । फिलहाल तीन लेन का निर्माण ही पूरा हुआ है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी इस पुल का उद्घाटन करेंगे। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पुल के उद्घाटन समारोह में मौजूद रहेंगे। जनवरी 2018 में इस योजना पर काम आरंभ हुआ था। पुल निर्माण की लागत 266 करोड़ रुपए है।
वीडियो कांफ्रेंसिंग से होगा उद्घाटन
कोईलवर के समानांतर बने पुल का उद्घाटन वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी करेंगे। उद्घाटन समारोह नए पुल पर होगा। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह वहां मौजूद रहेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल हो सकते हैैं।
पुल की लंबाई 1.528 किमी
पुल की लंबाई 1.528 किमी है। पुल के डेक की चौड़ाई 16.0 मीटर है तथा ऊपर में 1.5 मीटर का फुटपाथ भी है। पुल के 74 स्पैन हैैं। प्रत्येक स्पैन की लंबाई 41.3 मीटर है। पीयर में 432 पाइल हैैं।
नए पुल के निर्माण का फायदा
नए पुल के बन जाने से पुराने कोईलवर पुल पर लगने वाले नियमित जाम से ट्रैफिक को मुक्ति मिलेगी। एनएच-30 कॉरिडोर के पटना से भोजपुर, बक्सर, छपरा, मोहनिया एवं बलिया का यातायात सुगम हो जाएगा। यह स्वर्णिम चतुर्भुज की सड़क तथा पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के जरिए देश के अन्य हिस्से से सीधे जुड़ जाएगा।
फिलहाल तीन लेन का ही उद्घाटन
छह लेन वाले इस पुल के तीन लेन पर ही फिलहाल परिचालन संभव हो सकेगा। इस वर्ष छठ के मौके पर पुल पर ट्रायल परिचालन शुरू किया गया था। यह पटना-बक्सर फोर लेन सड़क का हिस्सा है औैर अलग पैकेज के तहत इसका निर्माण हो रहा। एनएच-30 को एनएच-84 से जोड़ रहा यह पुल। आरंभ में इसे चार लेन में ही बनाया जाना था पर भविष्य में ट्रैफिक लोड के बढऩे वाले दबाव को ध्यान में रख इस छह लेन में बनाए जाने पर सहमति बनी।
वनवे रहेगा पुल, आरा से पटना आ सकेंगे वाहन
नया पुल फिलहाल वन वे रहेगा। आरा से पटना आने वाले ट्रैफिक द्वारा इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा। पटना से आरा जाने वाले वाहन पुराने कोईलवर पुल का ही इस्तेमाल करेंगे।
158 साल पुराना है पुराना कोईलवर पुल
पटना से आरा और आरा से पटना की ओर आने वाले ट्रैफिक के लिए लाइफलाइन है पुराना कोईलवर पुल। इसकी उम्र 158 साल है। वर्ष 1856 में इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ था औक 1858 में इसका उद्घाटन वायसराय लार्ड एल्गिन ने किया। फिल्मकार रिचर्ड एटेनबेरो ने अपनी फिल्म गांधी की शूटिंग इस पुल पर की थी।