DESK:छपरा जिले के इसुआपुर प्रखंड की बीडीओ को अपने ही कार्यालय में करीब नौ घंटे तक बंधक रहना पड़ा। उन्हें बंधक बनाने वाले भी कोई अपराधी नहीं थे, बल्कि पंचायत समिति सदस्य थे। वजह बस यही थी कि बीडीओ नीलिमा सहाय प्रखंड प्रमुख के कार्यालय के उद्घाटन में नहीं पहुंची थी। इसके बाद ही पंचायत समिति सदस्य उग्र हो गए और बीडीओ को बंधक बना लिया। आलाधिकारियों के हस्तक्षेप पर रात 8:30 बजे के बाद ही उन्हें कार्यालय से बाहर निकलने दिया गया।
इस दौरान दोनों ओर से खूब आरोप-प्रत्यारोप लगे। पंचायत समिति सदस्यों ने तो बीडीओ पर भ्रष्टाचार के भी आरोप लगाए। कहा कि वे विकास राशि का बंदरबांट करती हैं। निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा करती हैं। उनके साथ जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल कर गाली गलौज भी करती हैं। सदस्यों ने बीडीओ के स्थानांतरण की मांग करते हुए जमकर हंगामा भी किया।
क्या कहते हैं प्रमुख
प्रमुख मितेन्द्र राय ने बताया कि बीडीओ दलित महिला सदस्य को जातिसूचक गाली देती हैं। साथ ही विकास राशि का बंदरबांट करती हैं। पंचायत समिति सदस्य रानी देवी ने आरोप लगाया कि जब वे बीडीओ को बुलाने गयीं तो उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया।
क्या कहती हैं बीडीओ
इस मामले में बीडीओ नीलिमा सहाय ने बताया कि प्रमुख दबंगई कर रहे हैं। वे विभागीय कार्यों में व्यस्त थी। वैसे उन्हें प्रमुख के कार्यालय के उद्घाटन के आमंत्रण संबंधी कोई सूचना नहीं मिली थी।
जब पहुंचे अधिकारी
घटना की सूचना पाकर आलाधिकारियों के साथ पुलिस पहुंची। मौके पर एसडीओ विनोद तिवारी, एसडीपीओ इंद्रजीत बैठा, पानापुर बीडीओ मो। सज्जाद आदि ने समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया। हंगामा देर शाम तक चलता रहा।