Patna: राजद के दिग्गज नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह की अंतिम यात्रा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत राजद के कई नेता शामिल हुए मगर लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव को दूर-दूर रहना पड़ा। ऐसा नहीं कि रघुवंश बाबू को उन्होंने श्रद्धांजलि नहीं दी। उन्होंने अपने आवास के एकांत कोने में रघुवंश प्रसाद सिंह की तस्वीर रखकर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित कर लिया। ऐसा करते हुए उनकी तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल हो गई।
इस तस्वीर में राजद विधायक तेज प्रताप यादव रघुवंश बाबू की तस्वीर पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते नजर आ रहे हैं। दरअसल राजद में रघुवंश बाबू की तुलना एक लोटे पानी से करने के बाद तेज प्रताप यादव बुरी तरह फंसे नजर आ रहे हैं। पहले तो इस पर उन्हें लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी की नाराजगी झेलनी पड़ी और अब रघुवंश बाबू के गुजरने के बाद तेज प्रताप यादव अपने बयानों को लेकर राजनीतिक दलों के निशाने पर आ गए हैं। बिहार के नेताओं ने उन्हें यह तक कह दिया कि एक लोटा पानी वाले बयान ने रघुवंश बाबू को इतना आहत कर दिया कि उनकी जान चली गई। इस तरह के बयानों से तेज प्रताप खुद को मुश्किल में पा रहे हैं । इसलिए उन्होंने रघुवंश बाबू की अंतिम यात्रा से खुद को अलग-थलग रखा है। कह सकते हैं कि एक लोटा पानी वाला बयान ने उन्हें अलग-थलग कर दिया है।
विवाद की आंच पहुंची लालू के लाल पर
दरअसल, प्रख्यात राजनीतिज्ञ रघुवंश प्रसाद सिंह के पार्थिव शरीर को पटना लाने के बाद से ही कभी उनके पत्रों को लेकर तो कभी तेज प्रताप के एक लोटा पानी वाले बयान को लेकर सियासत उफान पर है। रघुवंश बाबू को अभी अंतिम विदाई भी नहीं दी जा सकी कि बिहार के राजनीतिक दलों ने उनके एम्स, दिल्ली से लिखे गए पत्रों पर राजनीति शुरू कर दी। राजनीतिक दल यहीं नहीं रुके उधर रघुवंश बाबू की अंतिम संस्कार ( Last rites) की तैयारी चल रही थी, हजारों की भीड़ पटना से लेकर रघुवंश प्रसाद सिंह के पैतृक गांव वैशाली के पानापुर तक उनके अंतिम दर्शन को उमड़ पड़ी थी। लोग अपने प्यारे नेता को श्रद्धांजलि देने और उनकी एक झलक पाने को बेताब थे। इधर राजनीतिक दलों ने रघुवंश बाबू की अंतिम यात्रा पर भी राजनीति शुरू कर दी ।विवाद की आंच राजद प्रमुख लालू प्रयास यादव के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव तक भी पहुंच गई। तेजप्रताप यादव के ‘ एक लोटा पानी’ वाले बयान पर नेताओं ने उन्हें घेरना शुरू कर दिया। हाल ही में महागठबंधन से अलग होकर एनडीए में शामिल हुए हम प्रमुख जीतनराम मांझी ने तो यहां तक कह दिया कि तेज प्रताप यादव के बयान ने रघुवंश प्रसाद सिंह को इतना आहत किया कि उनकी माैत हो गई। मांझी यहीं नहीं रुके उन्होंने सवाल उठाया कि जब रघुवंश बाबू को श्रद्धांजलि देने तेजस्वी यादव सहित तमाम लोग गए तो तेज प्रताप क्यों नहीं गए? उन्होंने कहा कि श्रद्धाजंलि देने नहीं जाना तेज प्रताप के संस्कार को दिखाता है।
यह दिया था बयान
बता दें कि कुछ दिनों पहले जब रामा यादव की राजद में एंट्री का विरोध करते हुए रघुवंश प्रसाद सिंह अपने इस्तीफे पर अड़े थे, तब तेज प्रताप यादव ने प्रतिक्रिया दे दी थी कि राजद समुंदर है यदि एक लोटा पानी निकल भी जाए तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। इस बयान पर लालू ने तेज प्रताप यादव को रांची तलब किया था।