Patna: नगर निगम के कर्मचारी सात माह में चौथी बार गुरुवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं। संघ ने दावा किया कि हर वार्ड में काम करने वाले दैनिक वेतनभाेगी और एजेंसियों के कर्मचारी हड़ताल में शामिल हाेंगे। इससे सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ठप रहेगी। घराें से कूड़ा उठाव भी प्रभावित हाेगा। सड़कों पर झाड़ू भी नहीं पड़ेगी।
नगर निगम चतुर्थवर्गीय कर्मचारी संघ के महासचिव नंदकिशोर दास ने कहा कि निगम प्रशासन वादाखिलाफी कर रहा है। दैनिक कर्मचारियों की सेवा सीधे लेने के संबंध में कोई आदेश नहीं जारी किया गया है और दूसरी तरफ एजेंसी के माध्यम से कर्मचारियों को रखने का टेंडर जारी किया गया है। ये हैं कर्मचारियों की मांगें 28 जनवरी को लोकायुक्त के आदेश के तहत नगर निगम प्रशासन को दैनिक कर्मचारियों की सेवा 31 जनवरी के बाद सीधे न लेकर एजेंसी के माध्यम से लेने का आदेश दिया गया था।
इस आदेश के खिलाफ 3 फरवरी से निगमकर्मी हड़ताल पर चले गए थे। 8 फरवरी को समझौता हुआ। निगम कर्मचारियों को नहीं हटाने का अाश्वासन दिया गया। हालांकि, सरकार की ओर से जारी आदेश को 31 मई तक बढ़ा दिया गया। निगम कर्मचारियों को एकबार फिर मई में आंदोलन पर जाना पड़ा। फिर इस आदेश को 31 अगस्त तक के लिए बढ़ाया गया। नगर निगम प्रशासन की ओर से दैनिक कर्मचारियों को हटाए जाने की बात तो नहीं कही जा रही है, लेकिन सरकार की तरफ से कोई आदेश जारी नहीं हुआ है। इसके अलावा दैनिक कर्मचारियों की सेवा स्थायी करना, प्रत्येक माह की 5 तारीख तक वेतन-पेंशन का भुगतान, समान काम के लिए समान वेतन, ईपीएफ कटौती का प्रमाण देना समेत 21 सूत्री मांगें भी हैं।