Patna: बिहार में विधानसभा चुनाव के पहले आरजेडी के अंदरूनी कलह निकलकर सामने आने लगे हैं. मान-मनौव्वल का दौर भी शुरू हो गया है. इस बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi yadav) आरजेडी से नाराज चल रहे दिग्गज नेता रघुवंश प्रसाद सिंह (Raghuwansh Singh) को मनाने दिल्ली पहुंचे हैं. इसको लेकर सियासत शुरू हो गई है.
बीजेपी प्रवक्ता निखिल मंडल ने कहा कि अपमान या सम्मान पाकर रघुवंश बाबू आरजेडी में रहे. ये उनकी मर्ज़ी है, लेकिन लालू के लालों ने सभी वरिष्ठ नेताओं का अपमान किया है. उन्होंने कहा कि लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप ने तो यहां तक कह दिया कि आरजेडी एक समुद्र है और रघुवंश बाबू एक लोटा पानी. इसी तरह उन्होंने रामकृपाल यादव को भी अपमानित कर पार्टी से बाहर निकाल था. बीजेपी ने उन्हें सम्मान दिया. आरजेडी की यही नीति रही है.
इस पर कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने आरजेडी का पक्ष लेते हुए कहा कि रघुवंश बाबू को मनाने के लिए तेजस्वी का दिल्ली जाना अच्छी बात है. तेजस्वी यादव ने अच्छी पहल की है. एक अच्छी सोच है. आगे बढ़कर सीनियर नेताओं को मनाना, उनसे विमर्श करना अच्छी बात है. कम उम्र में ही तेजस्वी यादव एक अच्छे नेता की तरह आगे बढ़ रहे हैं. वही इस मामले पर आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने पार्टी का पक्ष रखते हुए कहा कि रघुवंश बाबू हमारी पार्टी के हैं और हमारी पार्टी में ही रहेंगे. सांप्रदायिक शक्तियों के खिलाफ उन्होंने आजीवन लड़ाई लड़ी है.लालू जी के कंधे से कंधे मिलाकर उन्होंने काम काम किया है.
वो कहीं नहीं जाएंगे और पार्टी में ही रहेंगे. वो सिद्धांत की राजनीति करते हैं, इधर-उधर की बात नहीं करते हैं. उन्होंने काह कि आरजेडी के सफर में रघुवंश बाबू का अहम योगदान है और रहेगा.