Patna: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने शनिवार को पटना के गांधी मैदान (Patna Gandhi Maidan) में स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के झंडोत्तोलन के बाद आने संबोधन के दौरान नाम लिए बगैर अपनी आलोचना करने वालों को खरी-खोटी सुनाई. उन्होंने सरकार की कथित तौर पर ‘मूर्खतापूर्ण आलोचना’ पर नाराजगी जताई. कहा कि घर बैठे कुछ भी ट्वीट कर देना फैशन हो गया है.
विदित हो कि इन दिनों राज्य में कोरोना (CoronaVirus) व बाढ़ (Flood), कानून-व्यवस्था (Law and Order) व भ्रष्टचार (Corruption) तथा सुशासन (Good Governance) के मुद्दों पर न केवल राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav), बल्कि सरकार में सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) सुप्रीमो चिराग पासवान (Chirag Paswan) भी ट्वीट कर नीतीश कुमार व उनकी सरकार पर लगातार हमले कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने बताईं उपलब्धियां, की घोषणाएं
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पटना के गांधी मैदान में झंडोत्तोलन किया. इसके बाद अपने संबोधन में सरकार के कार्यों व उपलब्धियों को बताया. साथ ही अगामी कार्य-योजना की जानकारी दी. शिक्षकों की बहाली और कांट्रैक्ट (नियोजित) शिक्षकों की सेवा शर्तों में बदलाव लोकप्रिय घोषणाएं भी कीं. उन्होंने कोरोना व बाढ़ संकट के दौर में जनता के लिए किए जा रहे काम गिनाए.
सोशल मीडिया पर हो रही आलोचना पर जताई नाराजगी
अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि आजकल ‘घर में बैठे कुछ भी ट्वीट कर देना फैशन हो गया है. वह भी बिना यह जाने कि क्या उपलब्धि हासिल की गई है.’ मुख्यमंत्री ने किसी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन उनका यह बयान कोरोना महामारी की रोकथाम को लेकर सोशल मीडिया पर हो रही आलोचना को लेकर था. इस मुद्दे पर खास कर तेजस्वी यादव व चिराग पासवान ने नीतीश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. कोरोना को लेकर चिराग पासवान के एक ट्वीट पर ही जनता दल यूनाइटेड (JDU) व एलजेपी का विवाद गहरा गया है. हालांकि, चिराग पासवान इसे सरकार की आलोचना नहीं, जनता के मुद्दे उठाना बताते हैं.