Patna: नीतीश कुमार के पसंदीदा राजगीर में पर्यटकों को अगले महीने से एक और सौगात मिलने जा रही है. अगले महीने यानि फरवरी से राजगीर में बंद केबिन वाला 8 सीटर रोप-वे चालू हो जायेगा. अब तक यहां पुराने डिजायन का कुर्सी वाला रोप-वे था लेकिन अब पर्यटक बंद केबिन में शीशे से राजगीर की वादियों का लुफ्त उठायेंगे. इस रोप-वे को तैयार करने के बाद इसका ट्रायल कर लिया गया है, जिसमें सब कुछ सही रहा.
रोप-वे का सफल ट्रायल
राजगीर में बने नये रोप-वे का शनिवार को ट्रायल किया गया. 8 सीटर रोप-वे की केबिन में 8 आदमियों के बराबर वजन रखा गया. फिर इसे चालू किया गया. पहले इसे नीचे से उपर भेजा गया और फिर वापस लाया गया. कहीं कोई बाधा नहीं आयी. फिर 8 लोगों को केबिन में बिठाया गया. उन्हें भी उपर पहाडियों पर भेजकर वापस लाया गया. कहीं कोई समस्या नहीं हुई. ट्रायल के सफल होने के बाद इस रोप-वे को तैयार करने वाली राइट्स कंपनी के कर्मचारियों के चेहरे खिल गये.
फरवरी से चालू हो जायेगा आधुनिक रोप-वे
राजगीर में अब तक खुली कुर्सी वाला पुराना रोप-वे था. नीतीश कुमार ने यहां आधुनिक रोप-वे बनाने का आदेश दिया था. इसका काम राइट्स कंपनी को सौंपा गया था, जिसने काम पूरा कर लिया है. कंपनी के साइट इंचार्ज प्रशांत कुमार ने बताया कि आधुनिकतम तकनीक और सुविधाओं से लैस 8 सीटर रोप-वे का निर्माण लगभग पूरा कर लिया गया. इसका ट्रायल भी सफल हो गया है. जो थोड़ा बहुत काम बचा है उसे इसी महीने में पूरा कर लिया जायेगा. इस रोप-वे को फरवरी में चालू कर दिया जायेगा.
राइट्स कंपनी के प्रतिनिधि ने बताया कि रोप-वे के ट्रायल में सुरक्षा व्यवस्था के हर पहलु पर पूरा ध्यान दिया गया था. हर तकनीकी समस्या पर नजर रखी जा रही थी लेकिन कहीं कोई समस्या नहीं आयी. अब इसी महीने राइट्स अपना काम पूरा कर इस रोप वे को सरकार को सौंप देगी. उसके बाद बिहार सरकार के अधिकारी इसकी जांच करेंगे. उनकी जांच के बाद रोप-वे चलाने की अनुमति मिलेगी. उनकी मंजूरी मिलते ही इसे पर्यटकों के लिए चालू कर दिया जायेगा.
ऑस्ट्रिया से लाकर लगाया गया रोप-वे
राजगीर में लगे नये रोप-वे को ऑस्ट्रिया से मंगवाया गया है. बिहार सरकार को ऑस्ट्रिया का रोप-वे ही भाया. 8 सीटों वाले इस रोप में बंद केबिन होगा. इसकी तकनीक ऐसी है कि केबिन में पर्यटकों की एंट्री और एग्जिट के दौरान दरवाजा खुद ब खुद यानि ऑटोमेटिकली खुलेगा और बंद होगा. पहाड़ी के नीचे और उपर टर्मिनल बनाये गये हैं. टर्मिनल स्टेशनों पर पर्यटकों के सवार होने और बैठने के दौरान केबिन रुका रहेगा. जैसे ही पर्यटक केबिन में बैठ जायेंगे वैसे ही ये रोप वे केबिन चलने लगेगा.
1700 मीटर लंबा है रोप वे
राजगीर का ये नया रोप वे 1700 मीटर लंबा है. इस रोप वे के लिए कुल 6 टावर लगाये गये हैं जिनकी ऊंचाई जमीन से लगभग 1000 मीटर है. अपने नार्मल गति से ये रोप-वे कुल साढ़े तीन मिनट में नीचे से उपर पहाड़ी तक जायेगा. लेकिन नीतीश कुमार ने इसका टाइम बढ़ाने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि ज्यादा समय मिलने से पर्यटक ज्यादा बेहतर तरीके से पहाड़ी और जंगल के मनोरम नजारे को देख पायेंगे. नीतीश कुमार ने निर्देश दिया है कि इस रोप-वे के केबिन में बच्चों, बूढ़ों और दिव्यांगों को बैठने में कोई परेशानी न हो इसका भी ख्याल रखा जाये.