Patna: कोरोना महामारी (Corona Epidemic) को लेकर बिहार में प्रवासी श्रमिकों के लिए बनाए गए क्वरंटाइन सेंटर (Quarantine Center) की बदहाली की तस्वीर आने का सिलसिला थम नहीं रहा है. रोजाना नई-नई खबरें लगातार सामने आ रही हैं. ताजा मामला बिहार के दरभंगा (Darbhanga) जिले से जुड़ा है, जहां प्रवासी श्रमिकों को दिए गए खाने में जहरीला बिच्छू मिला. घटना केवटी प्रखंड के बद्री यादव उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय कोयला स्थान की है.
क्वरंटाइन किए गए मजदूरों के बीच उस वक्त हंगामा मच गया, जब एक श्रमिक मनोज यादव ने सब्जी से भरे कटोरे में मरा हुआ बिच्छू देख लिया. बिच्छू गिरा खाना खाने से सेंटर के कई मजदूर बीमार पड़ गए. इसके बाद प्रशासनिक अमले में अफरा-तफरी मच गई. सेंटर में रह रहे लोगों ने बताया कि जिस वक्त साथी ने बिच्छू देखा था, उस वक्त एक साथ 10 लोग भोजन कर रहे थे. बिच्छू सब्जी में मरा हुआ था, जिसे देखकर सभी लोगों के होश उड़ गए. बिच्छू गिरा खाना देखकर सेंटर के करीब 45 प्रवासियों ने भोजन का बहिष्कार कर दिया.
सभी दोपहर बाद 3 बजे तक भूखे थे. जिन लोगों ने भोजन कर लिया था, उनमें से दीपक पासवान, प्रकाश यादव, राजेश यादव, प्रमोद पासवान आदि को उल्टी होने लगी. तबीयत बिगड़ते देख हेडमास्टर राम यादव को सूचना दी गई. उन्होंने घटना की जानकारी सीओ सह नोडल अधिकारी अजीत कुमार झा को दी. सीओ एमओआईसी डॉ निर्मल कुमार लाल के संग सेंटर पहुंचे और घटना के बाबत जानकारी ली. डॉ लाल ने बीमारों की जांच पड़ताल के बाद दवाइयां दीं, जिसके बाद उनकी हालत में सुधार हुआ.
खाने में बिच्छू मिलने के बाद हेडमास्टर ने इसके लिए प्रवासियों से माफी मांगी और आगे से गड़बड़ी नहीं होने का आश्वासन दिया. लेकिन, प्रवासी भोजन करने के लिए राजी नहीं हुए तो सीओ अजीत कुमार झा के हस्तक्षेप करना पड़ा. सीओ, बीईओ रामेश्वर द्विवेदी और डॉ एनके लाल के समझाने के बाद प्रवासियों ने भोजन किया. तैयार भोजन को फेंकवाया गया और ताजा भोजन बनाने की व्यवस्था की गई.
यहां रह रहे प्रवासियों ने अधिकारियों, पत्रकारों को अपनी व्यथा सुनाते हुए कहा कि पूर्व में भी चावल में कीड़ा पाया गया था. सेंटर में खाने-पीने की सुविधा नहीं है और प्रतिदिन लाल चाय दी जाती है. मजदूरों ने आरोप लगाया कि सभी शौचालय गंदे हैं और रौशनी नहीं है जिससे बड़ी परेशानी होती है. बीमारों के बाबत पूछे जाने पर एमओआईसी डॉक्टर लाल ने बताया कि सभी लोग खतरे से बाहर हैं, दवाएं दी गई है सब ठीक हो जाएंगे.