DESK:बिहार के सियासी गलियारे से बड़ी खबर ये है कि कांग्रेस (Congress) ने मुख्यमंत्री के चेहरे पर राजद (RJD) के दावे को खारिज कर दिया है. बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह धीरज (Surendra Singh Dheeraj) ने कहा है कि महागठबंधन में मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा इस बारे में अंतिम फैसला पार्टी आलाकमान ही लेगा. ऐसा इसलिए क्योंकि 42 सालों से परंपरा यही रही है कि हमलोग आलाकमान के आदेश के अनुसार ही अपनी रणनीति तय करते हैं. राजद द्वारा सीएम फेस (CM Face) के लिए तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) का नाम आगे किए जाने पर कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि उनको अपनी पार्टी का चेहरा तय करने का अधिकार है और ठीक इसी तरीके से कांग्रेस को भी सीएम फेस का चेहरा तय करने का पूरा अधिकार है. लेकिन महागठबंधन का चेहरा कौन होगा यह अभी तय नहीं हुआ है.
वहीं, किशनगंज से कांग्रेस सांसद मो. जावेद ने भी तेजस्वी की उम्मीदवारी पर कहा कि महागठबंधन के सीएम उम्मीदवार की घोषणा होगी या नहीं, इसकी तुलना NDA से न करें क्योंकि उनके पास विकल्प नहीं है. नीतीश के बिना बीजेपी का बिहार में कोई अस्तित्व भी नहीं है, इसलिए बीजेपी की मजबूरी भी है. लेकिन, हमारे यहां बहुत विकल्प हैं और हमारा नेतृत्व बिहार के हित में उचित फ़ैसला करेगा.
इस बीच उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी यानी रालोसपा ने सीएम फेस पर राजद के दावे को खारिज कर दिया है. पार्टी प्रवक्ता धीरज सिंह कुशवाहा ने कहा कि सीएम फेस के लिए अभी महागठबंधन में बातचीत चल रही है. बातचीत के बाद ही इस मुद्दे पर अंतिम सहमति बनने के आसार हैं कि महागठबंधन की ओर से कौन सीएम फेस होगा.
बता दें कि इससे पहले जेडीयू सांसद सुनील कुमार पिंटू ने कहा था कि कोई कुछ भी कह ले लेकिन बिहार के अंदर की लड़ाई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बनाम लालू प्रसाद यादव (CM Nitish Kumar vs Lalu Prasad Yadav) की होगी. सुनील कुमार पिंटू ने कहा कि इन्हीं दोनों के चेहरे पर ही इस बार बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ा जाएगा.
उन्होंने कहा था कि बिहार में 15 साल बनाम 15 साल की लड़ाई है. 15 साल लालू यादव के नेतृत्व में कैसे विनाश हुआ और 15 साल नीतीश कुमार के नेतृत्व में कैसे विकास हुआ यही थीम रहेगा. 15 साल लूट अपहरण भ्रष्टाचार रहा उसके बाद 15 साल विकास रहा. तेजस्वी यादव तो अभी बच्चे हैं उनके बारे में क्या कहना है? तेजस्वी तो ट्विटर BOY हैं.