Patna: फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि सोशल साइट्स के जरिए देह व्यापार के धंधेबाज ग्राहकों से संपर्क कर उनका नंबर मांगते थे। फिर, लड़कियों की तस्वीरें वाट्सऐप पर भेज सौदा तय करते थे। इसके बाद होटल बुक कर पेटीएम, पे -फोन, गूगल पे सहित अन्य माध्यमों से रुपये लेकर वहां लड़कियों को भेज देते थे। बिहार की राजधानी पटना में पुलिस ने चल रहे इस ऑनलाइन देह व्यापार रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए एक मैकेनिकल इंजीनियर आलोक रंजन समेत चार दलालों को गिरफ्तार किया है। साथ ही जिस्मफरोशी के दलदल में फंसी तीन युवतियों को भी मुक्त कराया है।
पटना के गेस्ट हाउस में छापेमारी से हुआ खुलासा
एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा को होटलों में देह व्यापार रैकेट के संचालन की सूचना मिली थी। इसके बाद उनके आदेश पर कोतवाली थानेदार के नेतृत्व में किदवईपुरी के एक गेस्ट हाउस में छापेमारी की गई। एक कमरे से बुद्धा कॉलोनी निवासी आलोक को कोलकाता निवासी युवती के साथ पकड़ा गया। पूछने पर खुद को दोनों प्रेमी युगल बता रहे थे।
कोलकाता से लड़कियां बुलाकर कराता था देह व्यापार
पुलिस ने जब आलोक का मोबाइल नंबर खंगाला और अभिभावकों को बुलाया तो सच्चाई का पता चला। आलोक ने घर वालों से कहा था कि वह बैंक पीओ की तैयारी कर रहा है। जबकि, वह कोलकाता से लड़कियों को बुलाकर देह व्यापार कराता था। उसकी निशानदेही पर बोरिंग रोड, बुद्धा कॉलोनी, कंकड़बाग, पत्रकार नगर समेत अन्य इलाकों में छापेमारी की गई। वहां से तीन दलालों मनौव्वर, कुंदन और पिंकी को पकड़ा गया। कोतवाली थानाध्यक्ष राम शंकर सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों के विरुद्ध देह व्यापार अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है। वहीं, मुक्त कराई गईं लड़कियों को पुनर्वास के लिए भेजा गया है।
सोशल साइट्स पर करता था सौदा, पेटीएम पर पेमेंट
गिरफ्तार दलालों ने पुलिस को बताया कि वे फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि सोशल साइट्स के जरिए ग्राहकों से संपर्क करते थे। इसके बाद ग्राहक के नंबर मांगते और वाट्सऐप पर लड़कियों की तस्वीरें भेजते थे। सौदा तय होने के बाद पेटीएम, पे-फोन, गूगल पे सहित अन्य माध्यमों से रुपये मंगवाते थे। फिर, होटल का पता और कमरा नंबर भेजते थे।
होटल प्रबंधन पर पुलिस ने नहीं की कार्रवाई
इस मामले में पुलिस ने होटल प्रबंधन पर कोई कार्रवाई नहीं की, क्योंकि आलोक ने ओयो के माध्यम से बुकिंग कराई थी। ओयो ने किदवईपुरी स्थित गेस्ट हाउस को कपल फ्रेंडली बताया था।