Patna:कोरोना काल में बैंकों की तरफ से भी लोगों को झटका लगने वाला है. बैंक ऑफ महाराष्ट्र, एक्सिस बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक ने 1 अगस्त से नियमों में बदलाव करने का फैसला लिया है, जिसका सीधा असर ग्राहकों पर पड़ने वाला है. ये बैंक अब अपने ग्राहकों से रकम जमा और निकासी पर पैसे वसूलने वाली है साथ ही खाते में मिनिमम बैलेंस भी अब पहले से ज्यादा रखनी होगी. खाते में मिनिमम बैलेंस की तय की गई राशि से कम रकम रखने पर ग्राहकों को पेनाल्टी चुकाना होगा.
बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने आदेह जारी किया है कि उसके ग्राहकों को अब बचत खाते में 2,000 रुपये मिनिमम बैलेंस के तौर पर रखना होगा. ये राशि पहले 1500 रूपए हुआ करती थी. ऐसा नहीं करने वाले शहरी ग्राहकों को 75 रुपये, अर्धशहरी इलाकों के ग्राहकों को 50 रुपये और ग्रामीण शाखाओं के ग्राहकों को 20 रुपये की पेनाल्टी चुकानी होगी. जो ग्राहक करंट अकाउंट होल्डर हैं उन्हें 5,000 रुपये का औसत मासिक बैलेंस मेनटेन करना होगा. इसके साथ ही आप अपने खाते से महीने में तीन बार पैसे निकल सकते हैं. लेकिन चौथी बार निकासी या राशि जमा करने पर 100 रुपये कैश हैंडलिंग फीस के रूप में चुकाना होगा.
इस बात की जानकारी देते हुए बैंक ऑफ महाराष्ट्र के एमडी व सीईओ एएस राजीव ने कहा कि कोविड-19 के बाद बैंकिंग इंडस्ट्री में काफी बदलाव हुए हैं. इन बदलावों से हम अपने ग्राहकों को मौजूदा माहौल में वैकल्पिक चैनलों का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं.
एक्सिस बैंक ने भी ईसीएस ट्रांजेक्शन पर 25 रुपये का शुल्क लगा दिया है. पहले ये सुविधा ग्राहकों को मुफ्त में मिलती थी. यह प्राइवेट बैंक आने वाले दिनों में प्रति बंडल 100 रुपये की कैश हैंडलिंग फीस भी वसूले वाला है.
कोटक महिंद्रा बैंक के बचत और कॉरपोरेट सैलरी अकाउंट होल्डरों को हर महीने पांच मुफ्त ट्रांजेक्शन की सुविधा मिलेगी लेकिन इसके बाद हर कैश विदड्रॉल पर 20 रुपये डेबिट कार्ड-एटीएम चार्ज देना होगा. यदि आप कोई नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन करते है तो आपको 8.5 रुपये का चार्ज चुकाना होगा.