Patna: पटना जंक्शन पर पांच महीने के बाद पहली बार थोड़ी रौनक में दिखी। यात्रियों की आवाजाही बढ़ने से लोग थोड़े खुश भी दिखे। स्टेशन पर पांच महीने के बाद अनारक्षित टिकट काउंटर खुले। पटना जंक्शन से सबसे पहली ट्रेन के रूप में गाड़ी संख्या 03284 पटना बरौनी पैसेंजर खुली।
यह ट्रेन करीब 100 यात्रियों के साथ सुबह आठ बजकर 20 मिनट पर प्लेटफॉर्म पांच से खुली। इसके बाद जंक्शन के प्लेटफॉर्म संख्या 10 पर गया से पहली ट्रेन आयी। सुबह में आठ बजकर 33 मिनट पर यह ट्रेन कम यात्रियों के साथ पहुंची। इसके बाद 8:43 बजे सुबह मोकामा दानापुर पैसेंजर आयी जो कि जंक्शन से 8:50 में खुली। इसके बाद सिलसिला चलता रहा।
जंक्शन के निदेशक डॉ नीलेश कुमार ने बताया कि रेल मुख्यालय के निर्देश पर पटना से कुल आठ ट्रेन आयी और गई। सभी ट्रेन के यात्रियों को जांच के बाद ही स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर भेजा गया। शांतिपूर्ण ढंग से पूरे दिन ट्रेन का परिचालन हुआ। गया से आने वाले जेईई के परीक्षार्थी शुभम ने बताया कि रेलवे की इस पहल से छात्रों को काफी लाभ हुआ है। हालांकि, उन्होने यह भी बताया कि परीक्षा देने वाले अधिकतर छात्र शहर में पहले से आ चुके हैं। उधर, रेलवे की ओर से सभी यात्रियों का कोरोना के समय तय मानक का पालन कराया गया। सबके लिए मास्क की अनिवार्यता के संग सेनेटाइज़ करके ही भीतर भेजा गया।
शाम में दिखी अधिक भीड़
जंक्शन पर शाम के समय सवा पांच बजे दो ट्रेन से जाने के लिए लोगों की अधिक भीड़ दिखी। सुबह की तुलना में अधिक लोग गया और बक्सर रुट के लिए ट्रेन पकड़े। बक्सर पैसेंजर प्लेटफॉर्म संख्या पांच से खुली जबकी गया की ट्रेन प्लेटफॉर्म संख्या 10 से खुली। ट्रेन पकड़ने के लिए लोग काफी जल्दी में दिखे। दोनों प्लेटफॉर्म पर भी यात्री की तादाद सुबह से अधिक रही।
परीक्षार्थी नहीं के बराबर
हिन्दुस्तान संवाददाता ने सुबह और शाम के समय जंक्शन से आने जाने वाली ट्रेन पर नजर रखने के बाद पाया कि परीक्षार्थी बहुत कम हैं। सुबह के समय बरौनी वाली ट्रेन में एक भी परीक्षार्थी नहीं नजर आया। वहीं, दोपहर से शाम तक चली ट्रेन में गिने चुने छात्र और परीक्षार्थी ही नजर आए। स्टेशन पर पूरे दिन मेमू और डेमू से सफर करने वालों में महिला, सुरक्षा गार्ड, निजी कर्मी समेत सामान्य यात्री रहे।
दोनों छोर पर खुले काउन्टर
जंक्शन के मुख्य बुकिंग पर्यवेक्षक सुभाष चंद्र सिंह ने बताया कि मेन बुकिंग काउंटर समेत करबिगहिया छोर के काउंटर भी खुले। महावीर मंदिर छोर पर नौ काउंटर खुले जबकि करबिगहिया तरफ पांच काउंटर खुले। पूरे दिन जंक्शन के सभी 14 काउंटर से कुल 1200 टिकट ही बिके। इन टिकटों से रेलवे को महज 23 हजार का राजस्व मिला। सबसे अधिक टिकट नजदीक के स्टेशन के लिए बिके। पोठही, आरा, जहानाबाद, बक्सर जैसे स्टेशन के लिए अधिक टिकट बिका।